जादूगर का जादू ( एक पहेली)


एक आनलाइन मैगज़ीन के लिए जिस में टापिक दिया गया था। उसी पर लिखना था। टॉपिक था जादूगर का जादू।

 जादूगर का जादू (एक पहेली).....

जादूगर का जादू देख कर हम अक्सर साक्ड हो जाते हैं कि कैसे वह जादू करते हैं। किस तरह वह किसी को गायब कर देते हैं। किस तरह वह कभी किसी का सिर तो कभी किसी का हाथ तलवार से काट कर फिर जोड़ देते हैं। और हम हैरानी से देखते रह जाते हैं। 

लेकिन ऐसा ही जादू अक्सर हमारे आसपास भी होता रहता है। लेकिन हमारा ध्यान कभी भी उस जादू पर नहीं जाता है। शायद वह जादूगर हमारे आस-पास जादू करता रहता है इस लिए नहीं दिखता है। या फिर शायद उस जादू को हम जान बूझ कर नज़र अंदाज़ कर देते हैं। 

ऐ काश! की हम देख पाते अपने आस-पास के उस  जादूगर जो हमारी मां बन हमारे सारे कामों को एक वक्त में खत्म कर देती है। जो हमारे खाने के साथ ही हमारी पढ़ाई और हमारे कपड़ों को तैयार कर देती है। वह ना जाने कितने कामों को चुटकियों में अपने जादू से पूरा कर देती है। 

लेकिन हम कहां उस मां का जादू देख पाते हैं। उस वक्त तो हमें लगता है कि यह तो एक मां का काम है। जिसे वह आसानी से कर देती है।

मगर नहीं, वह उस मां का काम नहीं है जिसे वह करती है। बल्कि वह तो उस जादूगर का जादू है। जिसे हम मां कहते हैं। 

-Little_Star


Comments

Popular posts from this blog

कहानी याद आती है | Best Poetry | Story

Dal Fry | दाल फ्राई | AG | Dal Fry Recipe

शाद अब्बासी (एक शख्सियत) भाग 2