दोस्त | 4 Line Poetry | Page 1 |

 दोस्त.....


🖊️ 

ज़िन्दगी की हंसीं और खुशी दोस्त हैं 

ज़िन्दगी का सबक देता भी यही दोस्त है 

मुश्किलें जब बड़ी दोस्त साथ है खड़ा 

जेब खाली भी कर दे दोस्त जब खुशी हो बहुत   


🖊️ 

बनाने वाले ने भी क्या खूब बनाया है

रिश्ता यह दोस्ती का मुहब्बत से भरा है

चाहें हर एक रिश्ते में सब दोस्ती का रिश्ता

देता सुकून हमको यह दोस्ती का रिश्ता 


🖊️

ये दोस्ती का रिश्ता हम सब निभा लें ऐसे  

जैसे वह कीमती सा मोती हो कोई अपना 

दुख और सुख का साथी इससे बड़ा ना कोई 

एक दोस्त ऐसा जैसे रहमत खुदा की जैसे 


🖊️ 

सुख हैं साथी सब ही दुख के हैं साथी दोस्त

चेहरे को देख दिल की हालत यह जान लेते 

मुश्किल में दोस्त मेरा और साथ फिर वह देते 

होता जहां ना कोई होते वहां हैं दोस्त यह 


🖊️ 

कुछ दोस्त ज़िन्दगी में होते बड़े अज़ीज़ हैं

होते हैं दिल में ऐसे जैसे वह एक धड़कन 

मुश्किल में दोस्त मेरा महसूस यूं कुछ होता 

थम जाए सांस एकदम दर्द होता दिल में ऐसा 


🖊️ 

ना ढूंढ़ें दोस्त एक अच्छा बने हम दोस्त अच्छा सा 

बुरा उसमें ना हो कुछ भी तलाशें हम ना कुछ उसमें 

बुराई ढांक लें उसकी अच्छाई हम करें ज़ाहिर 

सुकून देते हैं दोस्त ही तो बहुत बेचैन जब दिल हो




Comments

Popular posts from this blog

कहानी याद आती है | Best Poetry | Story

Dal Fry | दाल फ्राई | AG | Dal Fry Recipe

शाद अब्बासी (एक शख्सियत) भाग 2