मिश्रित कस्टर्ड का महत्व | AG | Importance of mixed custard

 Importance of mixed custard 

मिश्रित कस्टर्ड का महत्व....

 कस्टर्ड जिसको दूध के साथ पका कर फल के साथ सर्व किया जाता है।

वैसे तो कस्टर्ड को बहुत तरीके से बनाया और खाया जाता है लेकिन मिश्रित कस्टर्ड को बनाना और सर्व करना सबसे आसान है।

मिश्रित कस्टर्ड बनाने का एक फायदा यह भी है कि अगर आप के पास कोई फल कम है तो भी कोई टेंशन की बात नहीं रहती है। सारे फल को कस्टर्ड में डालकर मिला दें। कुछ पता ही नहीं चलेगा कि कौन सा फल कम है और कौन सा फल ज़्यादा।

कस्टर्ड को बहुत तरीके से बनाया जाता है लेकिन मिल्क फ्रूट कस्टर्ड सबसे मशहूर है।

मिल्क कस्टर्ड को सुबह दोपहर शाम कभी भी खाया जा सकता है। 

मिल्क कस्टर्ड को डेज़र्ट्स के तौर पर भी सर्व किया जा सकता है।

मिल्क कस्टर्ड एक ऐसी डिश है जिस को हर कोई पसंद करता है।

मिल्क कस्टर्ड को बनाना वैसे तो बहुत ही आसान है लेकिन अगर ज़रा सी लापरवाही बरती जाए तो मिल्क कस्टर्ड को बिगड़ते देर नहीं लगती है।

मिल्क कस्टर्ड स्वाद और सेहत दोनों लिहाज़ से अच्छा रहता है।

अगर कोई फल खाना या दूध पीना पसंद नहीं करता तो उसको मिल्क फ्रूट कस्टर्ड बना कर खिलाया जा सकता है।

अगर फ्रूट ना हो तो कस्टर्ड पाउडर को दूध में पकाकर ऊपर से आइसक्रीम डाल कर भी खाया जा सकता है। और अगर आइसक्रीम भी ना हो तो मिल्क कस्टर्ड को पकाकर फ्रीज़ में ठंडा कर लें और जब कुछ खाने का मूड हो तो कस्टर्ड खाएं और ज़िन्दगी के मज़े लें।

ज़िन्दगी में छोटी छोटी खुशियों में खुशियां ढूंढनें। बड़ी खुशयों की चाहत में अक्सर हम बहुत कुछ खो देते हैं।

कस्टर्ड को भी आप एक खुशी के साथ खाएं। जब जैसे आप को मन करे तो बनाएं और खाएं। 

अगर आप का कस्टर्ड खाने का मन करे और आप के पास फल में सिर्फ केला है। तो आप फ़िक्र ना करें कि आप के सेब, संतरा और  अनार नहीं है। आप सिर्फ केला को ही कस्टर्ड में डालें। और कस्टर्ड का मज़ा लें।

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