Gond Ka Halwa | AG |गोंद का हलवा | Banarasi | Madanpura Famous | AG | Dry Fruits Halwa | Mewa | Gond Ka Halwa Recipe
गोंद का हलवा
सामग्री:-
गोंद 1 किलो
चीनी 2.5 किलो
देसी घी, रिफाइंड या डालडा 2 से 3 किलो
मैदा 500 ग्राम
तीखुर 500 ग्राम
लावा 750 ग्राम
गरी 750 ग्राम
काजू 500 से 750 ग्राम
चिरौंजी (प्यारमेवा) 200 से 300
छुहारा 500 ग्राम (अगर पसंद हो तो डालें वरना नहीं)
पिस्ता 200 से 300
बादाम 200 से 300 ग्राम
छोटी इलाइची 50 से 100 ग्राम
बांसलोचन 50 ग्राम
पिस्ता, बादाम (हवाई) 400 ग्राम (ऊपर से सजाने के लिए)
ज़ाफरान 1 से 2 ग्राम
तैयारी:-
♦️लावा को छोटे तुकड़ो में काट लें। जिसके लिए आप सरौता या फिर कैंची का इस्तेमाल कर सकते हैं।
♦️काजू, पिस्ता, बादाम, गरी, छुहारा सब को काट लें।
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नोट:- किसी भी मेवे को आप अपने स्वादानुसार कुछ कम या ज़्यादा कर सकते हैं।
मेवा कम या ज़्यादा करते समय ध्यान रहे कि कोई भी सामान बहुत ज़्यादा कम ज़्यादा ना हो नहीं तो इससे हलवा के स्वाद और बनाने के तरीके के लिए सही नहीं है।
♦️ गोंद को कढ़ाई में थोड़ा सा देसी घी डाल तब तक भूनें जब तक कि गोंद फूल कर बड़ी ना हो जाए। या फिर शीशे के बाउल में रखकर माइक्रोवेव में तीन मिनट तक रखें। और जब वह फूल कर बड़ी हो जाए तो उसको निकाल कर बारी-बारी सारे गोद को माइक्रोवेव में भून लें।
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नोट:- गोंद को कढ़ाई में भूनने से ज़्यादा अच्छा माइक्रोवेव में रहता है। माइक्रोवेव में भूनने से समय की बचत होती है साथ ही साथ आसानी से भुन भी जाती है। ध्यान रहे गोंद को कढ़ाई में भूनना हो तो भारी तली वाली कढ़ाई में ही भूनें। वरना गोंद कढ़ाई में चिपक जाएगी और फिर गोंद भूनना मुश्किल हो जाएगा।
♦️ मैदा को छान लें।
♦️ तीखुर को भी छान लें।
♦️ मिक्सर में तीखुर का पाउडर कर लें। और फिर तीखुर निकाल कर जार में छोटी इलाइची का छिलका के साथ पाउडर कर लें और फिर इलाइची को छछनी में चाल लें। और जो छिलका बचे उसको अलग रख दें। और जब चाय बनाएं तो उस छिलके को चाय में डालकर चाय बनाएं तो चाय लज़ीज़ बनेगी।
♦️ सजाने वाले पिस्ता बादाम को पहले ही काट लें। जिसके लिए पिस्ता बादाम को तीन-चार घंटे पहले पानी में भिगो दें। या फिर रात को भिगो दें और फिर सुबह काट लें। काटने से पहले पिस्ता और बादाम दोनों का छिलका उतार लें। छिलका उतारने के लिए चाकू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर आप चाहें तो ऐसे ही हाथ से भी छिल सकते हैं। भीगने के बाद छिलका मुलायम हो जाता है। जो आसानी से छिल जाता है।
अगर एमरजेंसी में पिस्ता बादाम छीलना हो तो पिस्ता बादाम को गर्म पानी में भिगो दें।
कटा हुआ पिस्ता बादाम अब केराना की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। अगर आप चाहें तो वह भी ले सकते हैं। लेकिन छिले हुए पिस्ता बादाम महंगे मिलते हैं।
बाज़ार में छिले हुए और बिना छिले हुए दोनों प्रकार के पिस्ता बादाम मिलते हैं। ध्यान रहे गोंद के हलवा में छिले हुए पिस्ता बादाम डाले जाते हैं।
बिना छिला हुआ पिस्ता बादाम मशीन से कटता है। इसलिए वह छिले हुए पिस्ता बादाम से सस्ता होता है।
बिना छिला हुआ पिस्ता बादाम ज़्यादा तर खोया और अन्य प्रकार की मिठाई में डाला जाता है।
जारी है.....
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