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Showing posts from December, 2023

Anmol moti by Little _Star

  Anmol moti by Little_Star 🖋️  वह एक नन्हा सितारा जो फलक पर है मगर लेकिन  ना कोई साथ है उसके बहुत तन्हा बहुत खामोश.... 🖋️    ज़िंदगी इसी का नाम है...... एक अच्छी सोच के साथ, एक अच्छी शुरुआत। ......زندگی اسی کا نام ہے ایک اچھی سوچ کے ساتھ ، ایک اچھی شروعات ۔  🖊️  وہ ایک موقع، وہ ایک وقت، وہ ایک لمحہ، وہ ایک پل، وہ ایک   گھڑی، وہ ایک بات، وہ ایک یاد، اور وہ۔۔۔۔۔۔۔  اے چاند! کبھی کبھی لفظ نہیں ہوتے  کہنے کے لئے کچھ۔   -Little_Star   🖊️  زندگی کچھ یوں گزاریں کہ جب آپ جائیں ،اس گھر سے، اس شہر سے، اس دیس سے ، اس دنیا سے تو پیچھے رہ جانے والے ہر انسان کی آنکھ نم ہواور ہونٹوں پر دعا ہو۔  -Little_Star 🖊️ ہر لمحوں کا اپنا ایک مول ہوتاہے۔ ہر لمحہ کو بعد میں محسوس کرنے کے بجاۓ  🖊️  मौत लिखना न ज़िन्दगी की कहानी लिखना जब भी लिखना मेरे एहसास      🖊️  یقین دل میں  ہونا چاہیے۔وعدے کا کیا ہے   دل میں یقین ہونا چاہیے ۔ وعدے کا کیا ہے وہ تو زبان سے ادا ہوتا ہے۔  🖊️ دل میں یقین ہونا چاہئے، وعدے کا کیا ہے۔  -Little_Star  🖊️  लफ़्ज़ इंतजार मिट गया ज़िन्दगी से उसके  मौत की चादर कुछ यूं तन गयी सिर प

Shahi Tukda

 शाही तुकड़ा  सामग्री:-  ब्रेड 1 पैकेट  दूध  1.5 लीटर लगभग चीनी 1 पाव लगभग खोया 1 पाव लगभग घी तलने के लिए  ज़ाफरान  पिस्ता  बादाम  तैयारी:-  🔪 पिस्ता बादाम को पानी में पांच छः घंटे के लिए भिगो दें। और फिर पिस्ता बादाम का छिलका उतारकर पतला-पतला लम्बे आकार में काट लें। पिस्ता बादाम को काटने के बाद किसी प्लेट या पेपर पर फैला दें जिससे की वह अच्छे से सूख जाए।  🥢 ब्रेड को घी में तेज़ आंच पर फ्राई कर लें। बहुत लाइट फ्राई नहीं करना है। डार्क फ्राई करना है।   🍜 खोया को कड़ाई में डालकर चलाएं। जब खोया गर्म हो जाए तो उसमें थोड़ा सा दूध डालें और चलाएं। जब खोया और दूध अच्छे से पक जाए तो उसमें चीनी डालें। और ज़ाफरान भी  डाल दें। चीनी घुल जाने पर आंच को बंद कर दें। शाही तुकड़ा की रबड़ी तैयार है।   🥛 दूध को उबालें। और उसमें चीनी और ज़ाफरान डालें। और कुछ देर धीमी आंच पर पकाएं। शाही तुकड़ा का दूध तैयार है।  विधि:-   ♦️किसी भारी तले वाली परात या फिर पैन लें। और उस पर ब्रेड को फैला दें।  ♦️ ब्रेड को इस तरह फैलाएं कि हर ब्रेड को फूलने के लिए जगह रहे।  ♦️ जगह कम हो जाने की वजह से अक्सर शाही तुकड़ा अच्छे

हया |

वह जो घूंघट में सदा, खामोश थी बिल्कुल हया उठ गया घूंघट जो अब, बेहया मशहूर वह.... हया.....  हया जो झलके सदा ही तुझ में  खामोश हो लब और नज़र हो नीची ढंका हो सिर और अदब हो जिसमें ना आवाज़ ऊंची ना हो लब कुशां ही सवाल हो ना वहां पे कोई  जवाब देने की क्या बात फिर हो  करे वह सब काम कुछ ऐसे जैसे कोई मशीन हो या हो वह रोबोट ना दर्द हो उसको थके कभी ना वह बाते सबकी सुने है हरदम  सुनाये अपने कभी ना वह जो  क्या सुबह हो और होती क्या रात  मुहब्बतों को कहां वह पाती  जिस्म को अपने कहां बचाती जो रूह से मिलती कभी तो रूह भी  ख्वाब अकसर यही वह बुनती सबक वह जो पढ़ा है उसने सही है सब कुछ गलत नहीं कुछ  तो फिर सही वह नहीं गलत वह  ना कोई सपना ना कोई ख्वाहिश  यही तो ख्वाहिश करें हैं सब ही जिये तो लेकिन मगर ना अपनी  हो जैसे गिरवी कहीं रखी हो  हां होती ज़िदा मगर कुछ ऐसे  कोई वह बुत हो चले मगर जो हज़ार दुख दर्द और ख्वाब लेकर  यहां जो जी ले वही है अच्छा  जो ज़िन्दगी को गुज़ारे ऐसे  खिताब उसको ना कोई मिलता  मगर जो खोले यहां कोई लब  जवाब दे दे सवाल कर ले  करे है जो बात सच और हक की  कहे है जो ना वही उसकी ना है   यह सच ह

बूढ़ा बचपन | भाग 3 |

दोष | All Time | Poetry

  यहां दोषी नहीं कोई, नहीं है दोष किसी का भी   हमेशा दोष तेरा ही, नहीं है दोष कभी मेरा.... दोष.... जहां हो दोष अपना ही, वहां फिर दोष किसको दें   चुना उसको यही है दोष, या फिर कुछ भी कहे वह भी  उसे देखा जब उसने था, ख्याल कुछ यूं ही आया था बहुत अच्छी ना थी लेकिन, बुरा उसको कहें फिर क्यों वह कहते हैं बुज़ुर्ग अक्सर, हों जब महफिल में सारे सब अगर मां-बाप अच्छे हों, तरबियत होती अच्छी है तरबियत हो अगर अच्छी, तो फिर बच्चे बुरे कैसे  सही है बात बिल्कुल यह , मगर कुछ हादसे ऐसे हैं  बदल देते जो बातें सब, उसे ही दोष कहते सब  चुना उसको तरबियत देख, मगर निकला भ्रम यह तो  बिताना सारा जीवन अब, हंसी हो या दुखी हो वह खुशी उसको बहुत है अब, मिला उसको है जब से वह  ना वह उसको खुशी देती, यही तो दुख सभी को है  नहीं यह दोष किसी का भी, इसे कहते हैं किस्मत वह लकीरें जो हैं हाथों में, उसे कहते हैं किस्मत सब  लकीरें तो हमें दिखती, मगर दिखती नहीं किस्मत  लकीरें जो बनाते हैं, उसे कहते हैं कुदरत हम  सभी कुछ सोच लेते हम, सभी कुछ देख लेते हम  सही होता है जब तक सब, तो वाह वाही हमारी है  बुरा जो हो कभी जाता, तो दोष देते हम

6 Line Poetry | Page 2 | Little_Star | 6 Line Best Poetry | Best Poetry

🖊️  वह देर से उठती सोकर यह चर्चा है हर तरफ  आदत नहीं यह अच्छी यह जानती है वह भी वह सारी रात जगती आती ना नींद उसको यह बात सिवाय उसके नहीं जानता है कोई  हर दर्द बताएं सबको ज़रूरी नहीं है दोस्त कुछ ज़ख्म दिल के तन्हा सहना भी है ज़रूरी 🖊️   वह शख्स है गलत, करता है सब गलत  दिल देखने की फुर्सत, किसको यहां पर है देखे है आंख जो कुछ, सच है वही सही है  वह एक गुनहगार बंदा, हो सकता है फरिश्ता  छूटे जमाअत उसकी, यह जानते सभी हैं  तहज्जुद है कितनी छूटे, यह जानता खुदा है    🖊️   मुहब्बत भी क्या है जो मुहब्बत छूट जाती है बहुत अपने जो थे हर दम वही अब हो गये अंजान  मुहब्बत तो इबादत है अदा जो हम सब करते हैं  मुहब्बत बन गई नफरत मुहब्बत हो गई उसको  हर एक अपने लगे दुश्मन अज़ीज़ अब हो गया कोई  जो अपनों को बना दे गैर मुहब्बत वह नहीं होती 🖊️  मां के एक दर्द को समझ सके ना वह बच्चे   मां जो हर दर्द को समझ लेती थी बच्चों के  बेटा बड़ा होकर समझता है बड़ा खुद को बूढ़ी वह मां बहुत ही नासमझ है अब तो कल तक सिखाती मां थी मगर अब तो क्या कहें  बच्चा वह बड़ा होकर कहता है जाहिल मां को  🖊️ 

अनजानी ख्वाहिश | दूल्हा बना है बेटा मगर बाप नहीं है साथ

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झिलमिलाती रौशनी और हसीं चेहरे बहुत दिल में कितनी रौशनी यह नहीं दिखते यहां..... अंजानी ख्वाहिश..... वह सजती है संवरती है, लगाती है वह झूमर भी  पहनती है वह कपड़े सब, गरारा हो शरारा हो  हंसी और खुशी सब ही दिखती है सभी उस की  मगर वह दुख जो अंदर है नहीं दिखता कहीं पर भी  बना दुल्हा अज़ीज़ बेटा भरी महफिल हंसी चेहरे  मगर वह एक चेहरा जो यहां होता नहीं है वह  सजी संवरी अकेली मां यहां सब कुछ संभाले है  कभी चाहत यह दिल में थी बने दूल्हा मेरा बेटा  मगर अरमान दिल के सब नहीं होते यहां पूरे  हज़ारों ख्वाब बुनते हम ना जाने क्या-क्या सोचते  मगर कुछ पल कभी हमको बहुत मजबूर कर देते  जिसे कहते हैं कुदरत हम किस्मत वह लिखे ऐसी  जिसे सपने में सोचा ना नहीं चाहा कभी दिल ने  जवां बेटा बना दूल्हा नहीं है साथ वहां पर बाप  अकेली मां करे है याद मगर ताबिश नहीं कोई   चली है ज़िन्दगी सब की नहीं रूकता यहां कुछ भी   मगर हर पल यहां दिल में बहुत कुछ टूट जाता है   चमकती रात सजी महफिल हर एक चेहरा यहां चमके   मगर वह एक सितारा जो कभी महफिल की जान होता  नहीं है आज सितारा वह मगर उसकी दुआएं हैं -Little_Star