इश्क जान | भाग 6 | Ishq Jaan Part 6 | Heartfelt Romance & Wedding Story
शजल की मम्मी ने अपनी बात कह कर सब की तरफ देखा।
बबीता जी के रिश्ते पर हमें गौर करना है। उनका बेटा राहिल अभी शादी में नहीं आया है। उन्होंने मुझे फोटो भेज दिया है। आप सब सोच कर अपनी राय दें।
और अभी सो जाएं सब लोग। कहते हुए वह उठ गई।
बिस्तर पर लेटते ही शजल के सामने कई चेहरे कई बातें आ और जा रही थी। उस को कुछ समझ नहीं आ रहा था।
मम्मी की बातों से उसे लग गया था कि वह इस आये हुए रिश्ते को मंज़ूर करना चाहती हैं। शजल की आंखों से नींद गायब थी।
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परमजीत को लेटते ही शजल की याद आ जाती है। वह मन ही मन फाईनल कर लेता है कि वह शजल को पसंद करता है और उसी से शादी कर लें। यह बात सोचते ही उसके होंठों पर मुस्कान आ जाती है। एक बार फिर शजल का मुस्कुराता चेहरा उसके सामने आ जाता है। उसके ऊपर शजल का नशा चढ़ने लगता है। जिसे सोचते हुए उसे नींद आ जाती है।
वह इस बात से अंजान है कि उसकी मां ने किसी और से उसका रिश्ता करने का सोच लिया है।
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शजल....
बिस्तर पर लेटते ही रज़ील मन ही मन ना जाने कितनी बार दोहराता है। शजल से वह इश्क करता था। मगर शजल इस बात से अंजान थी। रज़ील सिर्फ दूर से उसे देखता रहता था। उसको देख कर ही उसे सुकून मिल जाता था।
कभी-कभी उसका दिल चाहा कि वह शजल से बात करे। मगर उसे मौका नहीं मिला। और बेमौके बात करना उसे अच्छा नहीं लगा।
लेकिन फिर उसने इरादा किया कि कल शादी में वह एक बार शजल से ज़रूर बात करेगा।
वह कल शजल से किया बात करेगा? कैसे करेगा? यही सब सोचते हुए वह नींद की आगोश में चला जाता है।
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शहर के फाइव स्टार होटेल में शादी थी। पूरा होटल जगमगा रहा था। लाईट, सजावट, फर्नीचर हर चीज़ अपनी कीमत खुद बता रही थी।
मेहमान आना शुरू हो गये थे।
शजल भी अपनी फैमिली के साथ पहुंच जाती है। आज उसका दिल उदास था। मगर फिर भी वह मुस्कुरा रही थी।
परमजीत ने दूर से ही शजल को देख लिया था। उसको देखते ही उसे अपने दिल में कुछ हलचल महसूस होती है। वह मुस्कुरा कर अपने सीने पर हाथ रख लेता है। वह अपने फैसले पर मुहर लगा देता है।
रज़ील बहुत पहले ही आ गया था। क्योंकि आज वह जी भर के शजल को देखना चाहता था। क्योंकि आज शादी के बाद वह उसे नज़र नहीं आयेगी। क्योंकि उसका घर वहीं पर था और वह ज़्यादा आती नहीं थी।
शजल को आता देख कर वह मुस्कुरा देता है। और दूर से उसे देखता चला जाता है। उसका जी चाह रहा था कि वह उसे देखता रहे।
हालांकि शजल इस बात से अंजान थी।
बारात आ चुकी थी।
बाहर शादी की रस्में चल रही थी। और अंदर हॉल में शादी करने के बहानों को ढूंढ़ा जा रहा था।
परमजीत ने एक बार फिर शजल को देखा। बेबी पिंक कलर के लहंगा चोली में वह गज़ब ढा रही थी। हमेशा की तरह उसने लाइट मेकअप किया हुआ था। उसने डायमंड पेंडेंट सेट पहन रखा था।
एक हाथ में ब्रेसलेट और एक एक में वॉच, उसके बाल भी हमेशा की तरह बंधे हुए थे।
परमजीत उसकी सादगी देख कर एक बार फिर निहाल हो गया।
शजल बातों में मसरूफ होते हुए भी कहीं और उसका दिमाग था।
रज़ील ने शजल के चेहरे की उलझन देख ली। उसे समझ नहीं आ रहा था। आज शजल इतनी उदास क्यों लग रही है। हालांकि शजल की यही कोशिश थी कि वह खुश दिखे। उसके अंदर का दुख कोई पहचान ना सके।
मगर प्यार करने वाले अपने प्यार के दर्द को महसूस कर लेते हैं।
दूल्हा दुल्हन स्टेज पर पहुंच चुके थे।
शादी पूरे शान से चल रही थी। रात आगे बढ़ रही थी।
कहकहे, शोर शराबा बेफिक्री हर तरफ थी।
हर चेहरा खुश था।
शजल भी दोस्तों के साथ स्टेज पर पहुंच जाती है। दूल्हा दुल्हन को मुबारकबाद देते हुए कुछ पल के लिए वह वापस अपने मस्त अंदाज़ में आ जाती है।
रज़ील अब भी उसे देख रहा था। मगर इस बार शजल की नज़र रज़ील पर पड़ जाती है।
रज़ील मुस्कुरा देता है। शजल भी मुस्कुरा देती है।
और फिर शजल को स्टेज पर देखकर परमजीत भी स्टेज पर आ जाता है।
सब के शादियों की बात छिड़ जाती है। कि अगला नंबर किसका है।
अगला नंबर हमारा है।
परमजीत अपने और शजल की तरफ इशारा करते हुए कहता है।
शजल एक पल के लिए हैरत से परमजीत को देखती है।
परमजीत मुस्कुरा देता है।
लेकिन शजल तुरंत उसकी बात समझ जाती है। और वापस से नारवाल से बात करने लगती है।
परमजीत उसको देखता जाता है।
शजल जब भी परमजीत की तरफ देखती। उसको अपनी तरफ देखता पाती है।
शजल की नज़र सामने उठती है। रज़ील से उसकी नज़र मिल जाती है।
शजल अजीब कशमकश में थी।
यह दिल भी बड़ा नादान है। सामने प्यार और प्यार करने वाला था। मगर ना वहां इकरार था ना इज़हार......
जारी है...
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