डोर धड़कन से बंधी | भाग 58 | Dhadkan Season 2 – Door Dhadkan Se Bandhi Part 58 | Hindi Romantic Story
लेकिन शिवाय और श्लोका के कानों में बस वही गूंज रहा था…
उनकी बेटी की कदमों की आहट…जो धीरे-धीरे इस आंगन से दूर जा रही थी।
…
तुम अपने डैड से हमारे लिए कब बात करोगे?
काजल नाराज़गी से प्रेम से पूछती है।
करुंगा… अभी तो पूजा की विदाई हुई है।
प्रेम अपना कोट उतारते हुए कहता है।
तुम को पहले ही बात कर लेना चाहिए था।
काजल एक बार फिर नाराज़ हुई।
कैसे पहले बात कर लेता? हमारे आते ही तो पूजा के शादी की बात शुरू हो गई।
तुम तो कह रहे थे कि अभी पूजा के शादी की कोई बात नहीं है। और अचानक पूजा की शादी भी हो गई। काजल ने जानना चाहा।
मुझे नहीं पता…प्रेम ने बात खत्म कर दी।
तुम को तो अपने घर के बारे में कुछ पता ही नहीं है। इसी लिए कह रही हूं सारी बातों को जानो। और अपनी ज़िम्मेदारी निभाओ।
काजल प्रेम के करीब जाकर उसके गले में बांहें डाल कर कहती है।
हां ठीक है, अब तुम अपने रूम में जाओ। वरना मौम डैड को अगर पता चल गया कि तुम इतनी रात गए मेरे रूम में थी तो वह नाराज़ होंगे।
तुम को तो हर वक्त अपने मौम डैड की ही पड़ी रहती है। कभी अपने बारे में भी सोच लिया करो। अब तुम बड़े हो गए हो… खुद से फैसला लेना सीखो, कब तक मौम डैड की उंगली पकड़ कर चलते रहोगे? पूजा गुस्से में बोलती है।
तुम याद रखना… मैंने जो कहा है अगर वह तुम ने नहीं किया... तो भूल जाना कि काजल तुम्हारी कोई है।
काजल उसे देखते हुए वार्निंग देती है।
तुम ऐसा क्यों कहती हो? जबकि तुम जानती हो कि मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता। प्रेम उसे गले लगाते हुए कहता है।
यह प्रेम ही तो है प्रेम.... जो मुझे वह सब दिलाएगी, जो मुझे चाहिए।
प्रेम के गले लगे काजल के होंठों पर एक भरपूर मुस्कान फैल जाती है।
♥️
आरव और पूजा दूल्हा दुल्हन वाले भारी भरकम जोड़े से आज़ाद होकर सिम्पल सा नाइट ड्रेस पहने सोफे पर बैठे एक दूसरे को देख रहे थे।
ऐसे क्या देख रही हो? आरव बात शुरू करता है।
मुझ से शादी का फैसला क्यों लिया? क्या यह तुम्हारा फैसला था या फिर आदर्श अंकल की वजह से…
पूजा मन में आ रहे सवाल को पूछ ही लेती है जो कब से उसे परेशान कर रहे थे।
तुम को क्या लगता है कि यह शादी मैंने पा के कहने पर की है?
अगर तुम ऐसा सोचती हो तो…
तुम सही हो।
आरव बहुत इत्मीनान से कहता है।
और पूजा बहुत हैरानी से उसे देखती है।
जब मैं हाईस्कूल में था तो एक दिन डैड ने मुझे अपने पास बैठाया और मुझ से पूछा…
तुम को पूजा कैसी लगती है? आदर्श आरव से पूछते हैं।
क्या मतलब पा मैं समझा नहीं। आरव हैरान हुआ।
तुम अब ऐसी उम्र में हो, जब हर सामने वाली लड़की खूबसूरत लगेगी।
अगले साल तुम कालेज ज्वाइन करोगे, तुम्हारे सामने बहुत सारी लड़कियां आयेंगी। और उनमें से हो सकता है किसी से तुम को प्यार भी हो जाए। क्योंकि यह एक आम सी बात है। लेकिन…
आदर्श थोड़ा रूके....
लेकिन....
तुम को पूजा से प्यार करना है। आदर्श बहुत सुकून से कहते हैं।
लेकिन पा मैंने सुना है प्यार सोच-समझकर नहीं किया जाता, वह तो बस हो जाता है। आरव भी बहुत सुकून से कहता है।
उसके डैड हमेशा उस के दोस्त रहे हैं। इस लिए इस वक्त भी बात करते हुए उसे ज़रा भी दिक्कत नहीं हुई।
इसी लिए तो मैंने तुम को यहां पर बुलाया है।
मैं चाहता हूं तुम पूजा को देखो, उसे महसूस करो।
उसकी खूबसूरती को देखो, उस की समझ को परखो, उसके सोच को महसूस करो, तुम आंख बन्द करो तो उसे सोचो, तुम आंख खोलो तो उसे देखने की ख्वाहिश करो।
तुम उसे नाराज़ करो, फिर उस की नाराज़गी को समझो।
वह तुम्हारे सामने हो तो तुम सिर्फ उसे देखो, और जब वह तुम्हारे सामने ना हो तो तुम उस की कमी महसूस करो।
आदर्श कहते जा रहे थे, पता नहीं किस दुनिया में थे इस वक्त आदर्श…
आरव खामोशी से अपने पा को सुन रहा था। उसे ऐसा लग रहा था जैसे कोई जादू या फिर कोई नशा जो धीरे-धीरे उस पर असर कर रहा हो।
इन सब के पीछे आप का मकसद…आरव जैसे होश में आया था।
जब तुम उस के प्रेम में पूरी तरफ पागल हो जाओगे…तब मैं तुम्हारी शादी पूजा से कर दूंगी।
आदर्श के आंखों में जैसे कुछ चमका।
और फिर पूजा हमारे आंगन में होगी, पूजा कोई मामूली लड़की नहीं है आरव…
वह श्लोका और शिवाय की मुहब्बत है। एक ऐसी मुहब्बत जिस की उन दोनों ने पूजा की थी।
यह पूजा उन की उसी पूजा का अवतार है। मैं चाहता हूं वह पूजा की मूरत हमारे आंगन में आ जाए। और हमारे आंगन को अपनी मुहब्बत से रौशन कर दे।
आदर्श जैसे कहीं खो गये। उन की आंखों के सामने श्लोका और शिवाय की प्रेम कहानी चलने लगी।
उनका प्रेम, उनकी तड़प, उनकी जुदाई और फिर उन का मिलन, हर मंज़र वह महसूस कर रहे थे।
और अगर इतना सब के बावजूद भी मुझे उससे प्यार नहीं हुआ तो…आरव भी आदर्श का ही बेटा था। वह कब बात अधूरी रखता।
तुम को उस से प्यार होगा यह मैं जानता हूं। आदर्श मुस्कुराए।
पूजा बड़े ध्यान से आरव की बातें सुन रही थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह सब कोई सपना है या हकीकत।
इसका मतलब तुम ने मुझ से यह शादी पा के कहने पर की?
जारी है…
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